संस्कृति >> पीड़ा निवारक शनिधाम पीड़ा निवारक शनिधामबनवारी लाल कंछल
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पीड़ा निवारक शनिधाम...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
शनिदेव अपने पिता सूर्य की तरह परमतेजस्वी हैं। कृष्णभक्त शनिदेव ने भगवान शिव का कठोर तप करके ‘न्यायाधीश’ का सम्मानित पद प्राप्त किया था। भगवान शिव के वर के अनुसार जीवमात्र के कर्मों का फल शनिदेव ही देते हैं। इसीलिए पापकर्मियों के लिए जहां ये अत्यंत क्रूर हैं, वहीं शुभकर्म करने वालों पर अपनी विशेष कृपा की वर्षा करते हैं। कौन-सी ऐसी मनोकामना है, जो शनिभक्त की पूरी न होती हो।
मंदिर-साहित्य के सुप्रसिद्ध खोजी लेखक ने इस पुस्तक में शनि के विशेष धामों को पूरी जानकारी के साथ सचित्र प्रस्तुत किया है। श्रद्धालु भक्तों के लिए अत्यंत उपयोगी है यह पुस्तक।
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